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खेती के लिए फार्म पौंड और डिग्गी बनाने के लिए कितनी मिलेगी सब्सिडी, कौन है बेहतर विकल्प? जानें अंतर

राजस्थान सरकार राज्य के सभी किसानों को फार्म पौंड और डिग्गी बनाने के लिए भारी मात्रा में सब्सिडी दे रही है। किसान इसका इस्तेमाल करके खेतों में आसानी से सिंचाई कर सकते हैं।

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खेती के लिए फार्म पौंड और डिग्गी बनाने के लिए कितनी मिलेगी सब्सिडी, कौन है बेहतर विकल्प? जानें अंतर

देश में किसानों की कृषि क्षेत्र में सहायता करने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाएं शुरू की गई है। इसी प्रकार राजस्थान सरकार द्वारा इस बार वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान को शुरू किया गया है। इस अभियान का मकसद किसानों को सिंचाई में हो रही पानी की समस्या को खत्म करना है। बारिश के पानी को इकट्ठा करने के लिए सरकार फार्म पौंड और दिग्गी बनाने के लिए भारी मात्रा में सरकारी सब्सिडी रही है। ये दोनों बारिश के पानी को इकट्ठा करने में काम आते हैं जिससे आप खेतों में पानी के संकट में आसानी से सिंचाई कर सकते हैं। पानी बचाने और पुराने ख़राब जल स्रोतों को रिपेयर करने के लिए यह अभियान 5 जून से 20 जून तक चलाया गया था।

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फार्म पौंड और डिग्गी क्या होती है?

फार्म पौंड और डिग्गी का इस्तेमाल करके आप खेतों में सिंचाई कर सकते हैं लेकिन ये एक दूसरे से बहुत अलग अलग होते हैं। आइए इनके बारे में जानते हैं।

फार्म पौंड- फार्म पौंड को खेत तलाई भी कहते हैं इसे खेत में बनाया जाता है। यह एक गड्ढा होता है जो खेत में खोदा जाता है और पॉलीथिन से ढका रहता है। पॉलीथिन रखने से पानी जमीन में नहीं रिस सकता। जब बारिश होती है तो पानी इसमें जमा हो जाता है और उसका इस्तेमाल सिंचाई के साथ मछली पालन और पशुओं को पानी पिलाने में होता है।

डिग्गी- दिग्गी का निर्माण पत्थर, ईंट और सीमेंट से किया जाता है। यह एक खुली टंकी बनती है। इसका इस्तेमाल नहर के पानी को जमा करने में किया जा सकता है। इस पानी का प्रयोग आप सिंचाई, पशुओं और मछली पालन करने में कर सकते हैं।

उम्मीदवार को कितनी मिलेगी सब्सिडी?

राजस्थान सरकार पात्र किसानों को इन दोनों पर भारी अनुदान दे रही है ताकि इसे बिना खर्च की टेंशन से बनाया जा सके।

1. फार्म पौंड के लिए सब्सिडी

फार्म पोंड/खेत तलाई के लिए एससी, एसटी और छोटे किसानों को कच्चे फार्म पौंड के लिए कीमत का 70 प्रतिशत अथवा 73,500 रूपए की सब्सिडी मिलती है। प्लास्टिक लाइनिंग के लिए 90 प्रतिशत अथवा 1,35,000 रूपए की सब्सिडी मिलती है।

अन्य किसानों को कच्चे फार्म पौंड के लिए 63,000 रूपए की सब्सिडी मिलती है। यानि की लगत का 60 प्रतिशत। प्लास्टिक लाइनिंग के लिए 80 प्रतिशत अथवा 1,20,000 रूपए की सब्सिडी मिलती है। इसके लिए किसान के पास 0.3 हेक्टेयर की जमीन होनी चाहिए।

2. डिग्गी निर्माण के लिए (न्यूनतम 4 लाख लीटर क्षमता पर):

डिग्गी निर्माण के लिए सरकार किसानों को भारी सब्सिडी दे रही है। छोटे और सीमांत किसानों को डिग्गी की कीमत का 85 प्रतिशत अथवा 3,40,000 रूपए की सब्सिडी मिलेगी।

इसके अतिरिक्त अन्य किसानों को लागत का 75 प्रतिशत अथवा अधिकतम 3,00,000 रूपए की सब्सिडी मिलती है। वे ही किसान डिग्गी बना पाएंगे जिनके पास करीबन 0.5 हेक्टेयर जमीन हो।

योजना में आवेदन कैसे करें?

योजना में आवेदन करने के लिए किसान उम्मीदवार को राज किसान साथी पोर्टल पर जाना है यहाँ से आप ऑनलाइन प्रक्रिया से आवेदन कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप ऑफलाइन प्रक्रिया के लिए नजदीकी ई-मित्र केंद्र पर जा सकते हैं। आवेदन के लिए आपको आधार कार्ड और जमाबंदी की नक़ल की आवश्यकता पड़ सकती है यह छह महीने से अधिक पुराना नहीं होना चाहिए।

जब आपका आवेदन सफलतापूर्वक हो जाता है तो आपको कृषि विभाग से प्रशासनिक स्वीकृति दी जाएगी। जब निर्मणा कार्य पूरा हो जाएगा इसके बाद आपके खाते में सब्सिडी की राशि भेजी जाएगी।

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Author
Vishal Kumar

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